Poor Visibility Creates Mayhem At Patna Airport
Updated on 02 January, 2012
रांची संवाददाता मनोज ने फोन पर पटना कार्यालय को सूचना दी की पटना एअरपोर्ट पर विमानों के परिचालन रद्द होने का सीधा प्रभाव रांची हवाई अड्डे पर देखा गया। रांची-मुंबई-पटना और बंगलोर-पटना-रांची फ्लाइटों के पटना एअरपोर्ट पर लैंडिग रद्द होने से लगभग 250 यात्रियों को रांची हवाई अड्डे पर ही उतार दिया गया और उन्हें पटना भेजने के लिए सड़क के रास्ते विकल्चों पर काम कर रहीं एअरलाइंस के रांची हवाई अड्डा स्थित कार्यालय पर यात्रियों ने हंगामा किया। यात्रियों का कहना था कि उन्हें सड़क के रास्ते जाने में कोई आपत्ति नहीं है लेकिन विमानन कंपनियों को उचित और बढिया साधन मुहैया कराना चाहिए। खाने और पानी की भी कोई व्यवस्था भी इन विमान कंपनियो ने नहीं की है – ऐसा कहना था 45 बर्षीय सुधाकर का जो अपने परिवार के साथ बोधगया घूमने के लिए बंगलोर से चले थे। वैकल्पिक व्यवस्था के कुप्रबंधन पर जब हमारे संवाददाता ने जनसंपर्क अधिकारी से उनके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिस की तो उनका फोन आउट ऑफ नेटवर्क बताते रहा। इसी प्रकार पटना एअरपोर्ट पर भी लोग साल के पहले दिन जश्न मनाने की जगह हताश-परेशान और खिन्न दिखे। हाळांकि प्रकृति प्रदत्त इस मुश्किल से लोग परेंशान जरूर हुए पर उनकी परेशानी विमान कंपनियों के कुप्रबंधन के कारण ज्यादा ही बढ़ गयी। एअरपोर्ट के मीडिया प्रभारी इस संबध में बात करने से बचते रहे और बार-बार फोन करने पर भी उनका फोन बंद बताता रहा। सुरक्षा गार्डों ने अलबत्ता यात्रियों को भरपूर सहयोग दिया।