बिहार में ग्लोबल मिट प्रारंभ
Updated on 18 February, 2012
ट्रांसफारमिंग बिहार – एचिवमेंट, अपारचुनिटिज एंड चैलेंजेज विषय पर मशहूर अर्थशास्त्री लार्ड मेघनाथ देसाई, योजना आयोग के सदस्य प्रो. अभिजीत सेन एवं इंस्टीच्यूच फार रूरल मैनेजमेंट के चेयरमैन प्रों योगेन्द्र के. अलघ की उपस्थिति में ही कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि सरकार को निजी क्षेत्रों से बिजली खरीद करनी होगी।
उन्होंने बैंको से ऋण मिलने की घीमी गति को चिंताजनक बताया एवं कहा कि अगर सरकारी और निजी बैंकों की कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ तो उद्योगों के निवेश के लिए निशिचत ही यह बडी बाधा होगी।
आंकड़ो पर ध्यान दिलाते हुए उन्होने कहा कि जहां बैको में एक तरफ 99,000 करोड रूपये जमा हो रहें है वही सिर्फ 32,000 करोड़ रूपये के ऋण बांटे जा रहें है। य़ह अनुपात निशिचत ही उद्योगों के लिए निराशा कारक है।